मेरठ में गाड़ी शोरूम मालिक से 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने पर दारोगा निलंबित, एसपी सिटी ने रंगे हाथों पकड़ा
मेरठ में गाड़ी शोरूम मालिक से 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने पर दारोगा निलंबित, एसपी सिटी ने रंगे हा
मेरठ: एसएसपी प्रभाकर चौधरी के भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के बावजूद तमाम दारोगा और सिपाही रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। मेडिकल थाना क्षेत्र की पीवीएस चौकी प्रभारी ने एक कार शोरुम के मालिक के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मुकदमे में धारा हटाने के लिये 50 हजार रुपये की मांग की और शनिवार को उसके शोरुम पर पैसे लेने भी चले गए। एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से दारोगा को निलंबित करते हुए जांच बैठा दी है।
वर्ष 2021 में एक व्यक्ति राधा गोविंद मारुति शोरुम से कार खरीदी थी। बाद में कार में पेंट को लेकर ग्राहक ने शिकायत करते हुए कहा कि उसे पुरानी कार पकड़ा दी गई है। इसको लेकर विवाद भी हुआ और बात मारुति कंपनी तक गई लेकिन जब बात नहीं बनी तो ग्राहक ने शोरुम के मालिक जगमोहन गोयल के खिलाफ मेडिकल थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया।
इस मामले में विवेचना हुई और चार्जशीट भी लग गई थी। इसके बावजूद पीवीएस चौकी प्रभारी सोनू चौधरी ने जगमोहन गोयल से कहा कि अगर पचास हजार रुपये दो तो चार्जशीट में धारा हटा देंगे। दारोेगा के बार बार दबाव देने के कारण शोरुम के मालिक ने एसपी सिटी विनीत भटनागर और एसएसपी प्रभाकर चौधरी से संपर्क किया और दारोगा की रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। पुलिस अधिकारियों ने दोपहर से ही दारोगा को रंगेहाथ पकड़ने के लिये जाल भी बिछा दिया था।
बाद में शोरुम के मालिक बैकफुट पर आ गए और स्टिंग आपरेशन के लिये राजी नहीं हुए। तभी शाम को दारोगा सोनू चौधरी शोरुम के मालिक से पचास हजार रुपये लेने के लिये पहुंचे तो वहां उनको सीओ सिविल लाइन देवेश सिंह मिले। सीओ ने जब सख्ती दिखाते हुए दारोगा के आने का कारण पूछा तो वो सकपका गया। बाद में उसने स्वीकार किया कि वो पचास हजार रुपये लेने आया था। एसपी सिटी ने इस मामले की रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी। एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से दरोगा को सस्पेंड कर जांच बैठा दी।
भ्रष्टाचार में दो दारोगा समेत चार लाइन हाजिर
एसएसपी ने रेलवे रोड थाने के दो दारोगा रमन देशवाल और सुनील कुमार तथा हेड कांस्टेबल रवीन्द्र कुमार, सिपाही राजीव मलिक, मनोज और धर्मेन्द्र लाइन हाजिर कर दिये गए।